भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने शनिवार को पाकिस्तानी कोर्ट के आदेश को पलटने के लिए इमरान सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की। हाल ही के दिनों में पेशावर हाई कोर्ट ने कृपाण और चाकू ले जाने के लिए सिख समुदाय के लोगों को लाइसेंस रखने का आदेश दिया है। सिख समुदाय के लोगों की मांग है कि कृपाण को हथियार की श्रेणी में न रखा जाए।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने पाकिस्तान उच्चायुक्त को पत्र लिखा। जिसमें कहा, “पेशावर उच्च न्यायालय ने कृपाण साहिब के संबंध में एक आदेश जारी किया और 2012 की शस्त्र नीति के तहत लाइसेंस के साथ (कृपाण) श्री साहिब के कब्जे की अनुमति दी, जो दुनियाभर के सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत कर रहा है।”
एक सिख युवक ने आरपी सिंह के पत्र की सराहना करते हुए मामले में पाकिस्तान सरकार से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है। कहा है कि हाई कोर्ट के इस आदेश को पलट दे ताकि पाकिस्तान में सिख समुदाय को दुनिया भर में समान धार्मिक स्वतंत्रता का हक मिले। युवक ने कहा कि कृपाण सिख समुदाय के लोगों के लिए एक अनिवार्य वस्तु है।
भाजपा नेता ने उच्चायुक्त को लिखा है, “आपके देश पाकिस्तान में घटते अल्पसंख्यक सिख समुदाय के लोगों के धार्मिक अधिकारों और आस्था के इस महत्वपूर्ण मामले में आपसे तत्काल हस्तक्षेप की मांग की जाती है।”