चंबा, (गुरमीत नागपाल): डल्हौजी घूमने जा रहे पर्यटक दंपत्ति का भोजनालय संचालक ने नोटों भरा बैग लौटाकर ईमानदारी की मिशाल पेश की। नोटों से भरा यह बैग भोजन करते समय भोजनालय के टेबल पर रखा था जिस ले जाना उक्त दंपत्ति भूल गया था। बैग मालिक दंपत्ति भी इस होटल संचालक की सराहना करने से खुद को रोक नहीं पाया।
यह मामला जिला चंबा के भटियात क्षेत्र लाहड़ू का है। लाहडू के पास भोजनालय चलाने वाले समाजसेवी सुरेश शर्मा की भोजनालय में बैंगलूरी का एक दंपत्ति उस समय आकर रूका जब वे डल्हौजी घूमने जा रहे थे। यहां भोजन करने के बाद जब यह दंपत्ति डल्हौजी को रवाना हुआ तो सुरेश शर्मा के भोजनालय में वह अपना नोटों से भरा लेडिज बैग भूल गए।
उनके जाने के बाद जब शर्मा की इस बैग पर नजर पड़ी तो उसे यह समझने में देरी नहीं लगी कि उसके यहां खाना खाने के लिए रूके उक्त दंपत्ति अपना बैग भूल गया।
शर्मा ने बैग को अपने पास सुरक्षित रख लिया। थोड़ी देर बाद उक्त दंपत्ति ने होटल संचालक के साथ फोन के माध्यम से संपर्क कर अपने बैग के बारे में पूछा। होटल मालिक ने पर्यटक दंपत्ति को बताया कि उनका बैग होटल के बैंच पर छूट गया था लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है यह बैग उसके पास पूरी तरह से सुरक्षित है।
बैंगलूरू के इस दंपत्ति ने वहां पहुंच कर अपने बैग को भाेजनालय संचालक से लिया और जब जांच की तो बैग में रखी करीब 30 हजार रुपए की नगद राशि सहित जरूरी दस्तावेज और कुछ आभूषण पूरी तरह से सुरक्षित थे।
पर्यटक दंपत्ति अमोघा वर्षा व अनुषा बंगलूरू ने बैग का अपने कब्जे में लेकर राहत की सांस ली तो साथ ही उन्होंने शर्मा का इसके लिए आभार प्रकट किया। इस दंपत्ति का कहना है कि उन्होंने हिमाचल की ईमानदारी के बारे में काफी सुन रखा था लेकिन आज उसे प्रमाणित होता भी देख लिया।