दिल्ली के गाजीपुर फूल मंडी से अपने मालिक के बेटे को किडनैप कर फिरौती के रूप में 50 लाख रुपये लेने के आरोप में पुलिस ने एक महिला और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि आरोपियों की पहचान ऋचा सभरवाल, उसकी मां अनीता, उसके बॉयफ्रेंड गुरमीत सिंह और कमल बंसल के रूप में की गई है। इस किडनैपिंग की मास्टरमाइंड ऋचा सभरवाल पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं।
पुलिस ने कहा कि 18 दिसंबर को शाम पौने चार बजे विकास अग्रवाल नामक व्यक्ति ने पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने में कॉल कर कहा कि उसके बेटे किंशुक को खिलौने वाली बंदूक की नोंक पर गाजीपुर फूल मंडी से अगवा कर लिया और 50 लाख रुपये फिरौती लेने के बाद छोड़ा गया।
पुलिस ने बताया कि शालीमार बाग के निवासी किंशुक ने कहा कि वह ऋचा तथा वाहन चालक जितेंद्र फूल खरीदने गाजीपुर बाजार गए थे। ऋचा, किंशुक के पिता के बैंक्वेट पर फूल सजावट का काम करती है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जैसे ही तीनों फूल खरीदने के बाद कार में बैठे, काला जैकेट, कैप और मास्क पहने हुए एक व्यक्ति वाहन में घुस आया और उसने कार चालक पर बंदूक तान दी और उससे अशोक विहार चलने को कहा।
पुलिस ने कहा कि अशोक विहार के रास्ते पर अपहरणकर्ता ने किंशुक के मोबाइल फोन से विकास को वॉट्सऐप कॉल किया और एक करोड़ रुपये फिरौती की मांग की। विकास ने मोलभाव करने के बाद अशोक विहार पहुंचकर 50 लाख रुपये दे दिए और इसके बाद अपहरणकर्ता ने किंशुक, ऋचा और कार चालक जितेंद्र को छोड़ दिया। फिर अपहरणकर्ता ने विकास से कार चलाने को कहा।
अधिकारी ने बताया कि अपहरणकर्ता ने विकास से धौला कुआं चलने को कहा और वह पश्चिम विहार में रेडिसन होटल के पास कार से उतर गया। अधिकारी ने कहा कि अपहरण करने वाले ने विकास से बाकी 50 लाख रुपये देने की भी धमकी दी थी।
इस मामले की जांच के दौरान, पुलिस ने लगभग 70 किलोमीटर की दूरी को कवर करने वाले लगभग 150 सीसीटीवी कैमरों की जांच की और एक संदिग्ध स्कूटर की पहचान की। स्कूटर के रास्ते के आधार पर कमल बंसल को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रियंका कश्यप ने कहा कि बाद में गुरमीत सिंह, ऋचा और उसकी मां को भी गिरफ्तार किया गया।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रियंका कश्यप ने बताया कि पूछताछ के दौरान गुरमीत ने कहा कि वह ऋचा का बॉयफ्रेंड है, जो विकास के यहां काम करती है। डीसीपी ने बताया कि ऋचा पर लाखों रुपये का कर्ज था, इसलिए उसने अपनी मां अनीता और गुरमीत के साथ मिलकर किंशुक को अगवा करने की साजिश रची थी।
16 दिसंबर को जब किंशुक ने उसे फूल बाजार चलने के लिए कहा तो ऋचा ने इसे एक अवसर के रूप में देखकर तुरंत प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। आरोपी एक टॉय गन हासिल करने में कामयाब रहा और उसने अगले दिन योजना को अंजाम दिया। डीसीपी ने कहा कि ऋचा ने बताया कि वह शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं।
उसके पति को कोरोना महामारी के दौरान अपने बिजनेस में भारी नुकसान हुआ था इसके चलते उसे अपना घर चलाने के लिए सारा खर्च उठाना पड़ रहा था। पुलिस ने कहा कि उसे प्रति माह 25,000 रुपये का सैलरी दी जाती थी। उसने कई लोगों से भारी कर्ज लिया था और उन्हें वापस नहीं कर पा रही थी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह विकास की मजबूत आर्थिक स्थिति से अच्छी तरह वाकिफ थीं, जो डेरावाल नगर में दो बैंक्वेट हॉल चलाते थे, इसलिए ऋचा, गुरमीत और उसकी मां अनीता ने फिरौती के तौर पर विकास से मोटी रकम लेने के लिए किंशुक को अगवा करने की साजिश रची। पुलिस ने कहा कि ऋचा, अनीता और गुरमीत की निशानदेही पर गुरमीत के दोस्त कमल से कुल 36 लाख रुपये बरामद किए गए हैं।