हाईलाइट
- मंत्रीपद से इस्तीफा
- हरीश रावत के साथ बगावत
- कांग्रेस का बीजेपी पर तंज
डिजिटल डेस्क, उत्तराखंड। उत्तराखंड में कुछ दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं इससे पहले ही पार्टियों में जमकर हलचल सामने आ रही है। राज्य में भाजपा की मुसीबतें बढ़ती ही जा रही हैं। गुरुवार के दिन से ही बीजेपी के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत नेअपने मंत्रीपद से इस्तीफा देने की बात कहकर पार्टी में हलचल मचा दी है। उन्होंने आजतक न्यूज चैनल से बात कर बताया कि उनकी मुलाकात सीएम से नहीं हुई है। दूसरी तरफ बीजेपी का दावा कर रही है कि पार्टी में सब कुछ ठीक है। कोई कहीं नहीं जा रहा है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने हरक सिंह के मंत्रीपद से इस्तीफा देने वाली बात को भी खारिज कर दिया है। रावत ने बताया कि वह अपने फैसले पर टिके हुए हैं, उनसे एक विधायक ने शाम को मुलाकात की थी और सीएम से बात करवाने की कोशिश की थी पर उन्होंने बात नहीं की। बता दें कि गुरुवार को रावत ने अपनी सरकार पर कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज को लटका रखने का बड़ा आरोप लगाते हुए इस्तीफा दिया था। उन्होंने कहा कि वह ऐसी परिस्थिति में काम नहीं कर सकते हैं। चुनाव के कुछ हफ्ते पहले रावत का इस्तीफा राज्य में बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका माना जा सकता है।
उमेश शर्मा काऊ पर भी चर्चाएं
बता दें कि हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ दोनों 10 विधायकों में से हैं जो 2016 में हरीश रावत के साथ बगावत करके बीजेपी में शामिल हो गए थे। रावत पुष्कर सिंह धामी के कैबिनेट में वन मंत्री का पद संभालते है। चौंकाने वाली बात यह है कि काऊ के इस्तीफे को लेकर भी चर्चा हो रही है। वहीं विधायक के बेटे गौरव शर्मा ने एक मीडिया चैनल को बताया कि शुक्रवार रात टीवी चैनलों पर दिखाई गई खबर का वो खंडन करते है। एजेंसी के अनुसार काऊ को दिल्ली से फोन आया था। जिसके बाद वह रावत से मिलने गए थे। बताया जा रहा है कि वह रावत को मनाने के लिए गए थे।
कांग्रेस का दावा एक और विधायक ने भी छोड़ बीजेपी
कांग्रेस के उत्तराखंड इकाई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी बीजेपी पर तंज कसते हुए लिखा है कि ‘डूबता जहाज, भगते लोग’ इसके साथ दो फोटों भी शेयर की गई है। एक तस्वीर में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के इस्तीफे की खबर है वहीं दूसरी तस्वीर में विधायक उसेश शर्मा काऊ के बीजेपी छोड़ने की खबर का जिक्र है।